Taragarh fort Ajmer history,guidance,height,distance get the detail
Taragarh fort Ajmer history & full informetion in hindi, guidande, get the detail- तारागढ़ किला के बारे में जानकारी
taragarh fort ki history- इतिहास
places to visit in Ajmer - taragarh fort Ajmer तारागढ़ विशव प्रसिद्ध अजमेर दरगाह धुमने आए पर्यटकों द्वारा ज्यादा देखा जाता है। तारागढ़ का दुर्ग राजस्थान के अजमेर में अरावली पर्वत पर स्थित है। इस किले का निर्माण 11 वि सदी में सम्राट अजय पाल चौहान ने विदेशी या तुर्की के आक्रमणों से रक्षा हेतु करवाया था मेवाड़ के कुंवर पृथ्वीराज ने अपनी पत्नी तारा के कहने पर इस महल को पुन विकसित किया गया जिसके कारण यह तारागढ़ के नाम से प्रसिद्ध है। और ये brst tourist places in Ajmer बना है।ब्रिटीश काल में इसका उपयोग चिकित्सालय के रूप में किया गया था कर्नल ब्रोटन के अनुसार बिजोलिया शिलालेख (1170 ईस्वी )में इसे एक अजेयगिरि दुर्ग बताया गया है।राजस्थान के अजमेर में जाने पर ऐसा लगता है। मानो तारागढ़ हमें बुला रहा है। यह अपने भव्य एव गोरवशाली इतिहास के लिए फेमस है।
अजमेर की सबसे ऊंची पर्वत श्रंखला पर स्थित तारागढ़ दुर्ग को 1832 में भारत के गवर्नर जनरल विलियम बेटिक ने देखा तो उन्होंने कहा (ओह यह दुनिया का दूसरा जिब्राल्टर )तारागढ़ किले की बनावट को देखने पर बहुत ही अदभुत एव सुखद अनुभव होता है इसके चारो तरफ देखो तो एक और गहरी घाटी ,दूसरी और लगातार तीन पर्वत श्रंखलाए तीसरी और सीधी ढलान और चौथी और अजमेर शहर का विहगंम दृश्य देखते ही बनता है
Taragarh fort Ajmer ki guidance - दिशा -निर्देश
targarh fort Ajmer शहर के नागपहाडी की तलहटी पर बसा हुआ है। तारागढ़ किला 800 फिट ऊचां तारागढ़ किला इस नागपहाडी पर स्थित है। places to vist in ajmer -taragarh दुर्ग का निर्माण राजा अपनी सैन्य गतिविधियों को सुचारु रूप से चलाने के लिए किया गया था तारागढ़ किला बूंदी में भी स्थित है लेकिन जो अजमेर में स्थित है वह उस किले से कई ज्यादा भव्य विशाल और प्राचीन है। इस दुर्ग को राजस्थान का जिब्राल्टर अथवा राजस्थान की कुंजी भी कहा जाता है।
तारागढ़ किले में एक मुस्लिम दरगाह और जल के झालरे बने हुए है। taragarh fort Ajmer को अन्य नाम से भी सम्बोधित किया गया है गढ़बीठली अजयमेरु तारागढ़ की प्राचीर में 14 विशाल बुर्जे धुधंर गुगड़ी फूटी नक्करची क्षृंगार चवरी आर पार का अता जानू नायक पीपली इब्राहिम शहीद दोराई बांदरा इमली खड़िकी और फतेह बुर्ज है।
इस किले के भीतर कई अन्य जलाश्य भी है नाना साहब का झालरा गोल झालरा इब्राहिम का झालरा बड़ा झालरा आदि यहाँ पर एक बड़ी तोप भी रखी गई है जिसका नाम गर्भ गुंजन है। यहाँ के मुख्य महल -;छत्रमहल ,फूलमहल ,रतनमहल ,बादलमहल ,अनिरूद्व किले के चारो तरफ 14 बुर्ज है जिन पर मुगलो ने तोपे जमा की थी। इन्ही बुर्जो ने तारागढ़ किले को अजये बना दिया था।
100 से ज्यादा युद्धों के धनी इस दुर्ग का भाग्य मैदानी लड़ाई के निर्णयों से बदला था तारागढ़ के चौदह बुर्जो का विशेष महत्व था। तारागढ़ किला इसकी उचाई और भव्ये कार्यो से ही best tourist places in Ajmer बना है।taragarh fort ka timing & entry fee-
समय - : यात्रा के लिए खुलने का समय 6 :00 से 8 : 30 तक खुला रहता है
प्रवेश शुल्क - : सभी पर्यटकों के लिए प्रवेश निः शुल्क है
Tourist places near Taragarh fort -
अजमेर शरीफ दरगाह -
tourist places near taragarh fort -अजमेर शरीफ दरगाह,यह राजस्थान के अजमेर में लोकप्रिय और महत्वपूर्ण मुस्लिम तीर्थ स्थल है यह दरगाह ख्वाजा मोहिनुद्दीन चिश्ती की है वह सूफी संत थे उन्होंने अपना जीवन ग़रीबो व दलितों की सेवा में समर्पित किया था
places to visit in ajmer अजमेर सरीफ दरगह ' ख्वाजा मोहिनुद्दीन चिश्ती की यह मस्जिद इस्लाम धर्म के पवित्र स्थलों मेसे एक है इस मस्जिद में लाखो लोग आते है यह अलग अलग चरणों में बनाई गयी है इसमें एक सिल्वर गोईंग में संत की मूल कब्र है
अजमेर शरीफ दरगाह के बारे अधिक जानकारी क्लिक करे।
नारेली जैन मंदिर -
tourist places near nareli jain temple - यह नारेली जैन मंदिर राजस्थान के अजमेर में स्थित best tourist place है यहां पर पर्यटक शहरी वातावरण को छोड़कर पहाड़ी क्षेत्रो का आनन्द लेने आते है places to visit in ajmer का Nareli jain temple मन्दिर श्री ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है आरके मार्बल के अशोक पाटनी द्वारा बनाया गया एक आधुनिक भवन है आचार्य श्री विधा सागर के शिष्य जैन ऋषी मुनि सुधा सागर ने मन्दिर के निर्माण का आशीर्वाद दिया और भवन कार्य 1994 -95 को शुरू हुआ।
नारेली जैन मंदिर की जानकारी के लिए क्लिक करे।
अजमेर जैन मंदिर - :
Ajmer jain temple ki history-इतिहास
tourist places near taragarh fort-Ajmer jain temple राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित सोनीजी की नसिया एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है जो की अजमेर शहर के पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित है इस मुख्य जैन मन्दिर की नीव 10 अक्टूबर 1864 में रखी गई थी और प्रथम तीर्थकर भगवान ऋषभदेव (आदिनाथ ) की प्रतिमा 26 मई 1865 को गर्भगृह में स्थापित की गई थी। इसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है
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अना सागर झील -
Ana sagar lake ki history-इतिहास
places to visit in Ana sagar lake Ajmer राजस्थान राज्य के अजमेर शहर में स्थित एक कृत्रिम झील है इस झील को पृथ्वीराज चौहान के दादा अर्नोराजा (उर्फ़ अन्ना )द्वारा जनता के सहयोग से बनवाया गया था इसका निर्माण 1135 से लेकर 1150 तक पूर्ण हुआ था यह झील लगभग 13 किमी में फैली हुई है झील का अधिकतम जल ग्रहण करने का क्षेत्र (5 किमी एव झील की अधिकतम गहराई 4. 4 मीटर (14 फिट ) है।
Ana sagar lake in Ajmer -: Ana sagar lake एक प्रमुख tourist places in Ajmer है । जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। यह झील शाम को पर्यटकों का मन मोह लेती है। अगर इस झील को देखे तो शाम को देखना चाहिए क्योकि इस दौरान यह कई अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। अनासागर झील सबसे लोकप्रीय झील एवं best tourist places in Ajmer है।
Ana sagar lake in Ajmer -: Ana sagar lake एक प्रमुख tourist places in Ajmer है । जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। यह झील शाम को पर्यटकों का मन मोह लेती है। अगर इस झील को देखे तो शाम को देखना चाहिए क्योकि इस दौरान यह कई अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। अनासागर झील सबसे लोकप्रीय झील एवं best tourist places in Ajmer है।
Nice post
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