Nareli Jain Temple Ajmer - history timing & more informetion - नारेली जैन मंदिर के बारे में जानकारी
Nareli jain temple in ajmer यह नारेली जैन मंदिर राजस्थान के अजमेर में स्थित best tourist place है यहां पर पर्यटक शहरी वातावरण को छोड़कर पहाड़ी क्षेत्रो का आनन्द लेने आते है places to visit in ajmer का Nareli jain temple मन्दिर श्री ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है आरके मार्बल के अशोक पाटनी द्वारा बनाया गया एक आधुनिक भवन है आचार्य श्री विधा सागर के शिष्य जैन ऋषी मुनि सुधा सागर ने मन्दिर के निर्माण का आशीर्वाद दिया और भवन कार्य 1994 -95 को शुरू हुआ।
वर्ष 2002 में मन्दिर परिसर में अष्टधातु की सबसे बड़ी मुर्तिया स्थापित की जा रही है मन्दिर की लागत लगभग 50 करोड़ रुपये गये थे लेकिन 100 करोड़ रुपये के करीब लागत समाप्त हो गई। places to visit in ajmer में नारेली जैन मन्दिर का मैदान पूरा पहाड़ी क्षेत्र पर आधारित है और असंख्ये भक्त मन्दिर विशेषकर जैन समुदाय जो दिगंबर समुदाय से संबंधित हो।
Nareli jain temple in ajmer दिगंबर जैनो का एक पवित्र तीर्थ स्थल है जो संगमरमर के सुंदर और जटिल पत्थर की नक्काशी के लिए पर्यटको के बीच लोकप्रिय बना हुआ है मुख्य मंदिर में पहली मंजिल पर गुरु आदिनाथ जी की 22 फिट ऊंची विशाल मूर्ति है। जिसमे ऊपर की पहाडियो पर अन्य तीर्थकर के 24 लधु मंदिर हैवर्ष 2002 में मन्दिर परिसर में अष्टधातु की सबसे बड़ी मुर्तिया स्थापित की जा रही है मन्दिर की लागत लगभग 50 करोड़ रुपये गये थे लेकिन 100 करोड़ रुपये के करीब लागत समाप्त हो गई। places to visit in ajmer में नारेली जैन मन्दिर का मैदान पूरा पहाड़ी क्षेत्र पर आधारित है और असंख्ये भक्त मन्दिर विशेषकर जैन समुदाय जो दिगंबर समुदाय से संबंधित हो।
Nareli jain temple in ajmer Architecture & guidance
places to visit नरेली जैन मंदिर उन लोगों के लिए एक यात्रा का स्थान है जो अद्भुत वास्तुकला और शहर क्षेत्र से दूर पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता का शौक रखते है। यह एक प्राचीन संरचना नहीं है लेकिन मंदिर की दिखावट और डिज़ाइन काफी प्रभावशाली है और यह दर्शये अपने जहन में बनाये रखने लायक है। यह निश्चित रूप से best tourist places in ajmer है
गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की योग्यता रखने वाली विश्व में प्रथम 1008 भगवान शांतिनाथ, भगवान कुंथनाथ, भगवान अरहनाथ की 24,000 किलोग्राम की अष्ट धातु की अलौकिक अनुपम विशाल सौम्य त्रिमूर्तियों को मन्दिर बनने के पूर्व ही मूल स्थल पर विराजमान कर दी। मूर्तियों की विशालता के कारण मन्दिर निर्माण के बाद ही स्थापित करना सम्भव नहीं था।Nareli jain tempel ki timing & entery fee
यहां विदेशियों के लिए प्रति व्यक्ति 10 रु प्रवेश शुल्क निर्धारित है
डिजिटल कैमरा ले जाने के लिए आपको एक अलग टिकट खरीदना होगा जिसकी लागत 50 रु है एव वीडियो कैमरा ले जाने पर 100 रु देना पड़ता है
Nareli jain temple ajmer प्रतिदिन 6 ;00 बजे से शाम 8 ;30 बजे तक तीर्थ यात्रियों के लिए खुला रहता है यहां पर आप सुबह की आरती शाम की आरती में शामिल हो सकते है यहां का दौरा करने का सबसे अच्छा समय नवम्बर से मार्च का समय माना जाता है।
tourist places near nareli jain temple
tourist places in ajmer-अजमेर शरीफ दरगाह,यह राजस्थान के अजमेर में लोकप्रिय और महत्वपूर्ण मुस्लिम तीर्थ स्थल है यह दरगाह ख्वाजा मोहिनुद्दीन चिश्ती की है वह सूफी संत थे उन्होंने अपना जीवन ग़रीबो व दलितों की सेवा में समर्पित किया था
places to visit in ajmer अजमेर सरीफ दरगह ' ख्वाजा मोहिनुद्दीन चिश्ती की यह मस्जिद इस्लाम धर्म के पवित्र स्थलों मेसे एक है इस मस्जिद में लाखो लोग आते है यह अलग अलग चरणों में बनाई गयी है इसमें एक सिल्वर गोईंग में संत की मूल कब्र है
अजमेर शरीफ दरगाह के बारे अधिक जानकारी क्लिक करे।
अढ़ाई दिन का झोंपड़ा -
places to visit in ajmer अढ़ाई दिन का झोपड़ा राजस्थान के अजमेर में स्थित मस्जिद है यह स्मारक सबसे पहले संस्कृत महाविधालय के रूप में था जिसमे माँ सरस्वतीं का मन्दिर भी बना हुआ था इसका निर्माण 1192 में क़ुतुब-उद -दीन -ऐबक को मुहम्मद गोरी के द्वारा दिए गए आदेश के अनुशार शुरू करवाया गया एव 1199 में निर्माण पूरा हुआ। मुहम्मद गोरी के आदेश में कहा गया की इस स्मारक को नस्ट करके इस जगह मस्जिद बनाया जाये।
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