jantar mantar jaipur tourist place in rajasthan
jantar mantar of jaipur
जयपुर का जंतर मंतर देश के पाँच खगोलीय वेधशाला में सबसे विशाल है जंतर मंतर अपने सांस्कर्तिक ऐतिहासिक ओर वैज्ञानिक महत्व की वजह से यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट में शामिल कीया गया है
जंतर मंतर का अर्थ हे उपकरण और गणना
जयपुर के जंतर मंतर में विशव की सबसे बड़ी पथर से बनी सूर्यगड़ी भी रखी गयी है यह ऐतिहासिक स्मारक भारत के खगोलीय एवं गणितीय कोशल का प्रतीक मन जाता है मध्यकाल में बनी इस आस्चरयेजनक खगोलीय वेधशाला का निर्माण मुख्य रूप से समय मापने एवं ग्रहों तारो आदी की स्थिती जानने और अंतरिक्ष के अध्ययन के लिए किया गया हे
यह मुख्य रूप से 14 विशेष खगोलीय यंत्र रखे गए है जिनके नाम निम्न है
1 राम यंत्र
2 अन्नाताश यंत्र
3 दिशा यंत्र
4 नाडीवलय यंत्र
5 सम्राट यंत्र
6 जय प्रकाश यंत्र
7 लघुसम्राट यंत्र
8 पाषांश यंत्र
9 शसिवलय यंत्र
10 चक्र यंत्र
11 दींगस यंत्र
12 धुर्वदर्शक यंत्र
13 दळीणोदक यंत्र
14 कपाली यंत्र
![]() |
kpali yantr |
![]() |
ram yantr |
![]() | ||
shamrat time yantrजंतर मंतर के आस - पास घूमने की जगहआमेर किला -आमेर का किला मुगल और हिन्दु वास्तुशैली का नायब नमूना है इस किले के अंदर बने ऐतिहासिक महल उद्यान एवं जलाशय इसकी खूबसूरती को दुगुना कर देते है इस किले का प्रवेश द्वार पूर्व में स्थित हे यह द्वार किले का मुख्य द्वार हे जिसे सुरपोल या सूर्य द्वार कहा जाता हैशाही ढंग से डिजाइन किये गए राजस्थान के इस सबसे बड़े किले के अंदर जाने पर दिवान- ए- खास ,सुख महल ,शीश महल सहित कई ऐतिहासिक और बेहद आकर्षक सरंचना बनी हुए है राजस्थान की यह प्राचीनतम राजपुताना विरासत करीब -2km लम्बे सुरंग मार्ग के माध्यम से जयगढ़ किले से भी जुड़ा हुआ हैआमेर किले में घुमने की और अधिक जानकारी के लिए क्लिक करे।जल महल जयपुर की मानसागर झील के मध्य स्थित है यह महल झील के बीचों बीच होने के कारण आइ बॉल भी कहा जाता है जल महल अत्यंत खूबसूरत महल हैजयसिंग द्वारा निर्मित यह महल मध्यकालीन महलो की तरह मेहराबों ,बुर्जो ,छतरियों एवं सीढ़ीदार जीनो से युक्त निर्मित भवन हैजल महल घूमने की जानकारी के लिए क्लिक करेहवा महल -jaipur गुलाबी शहर में स्थित हवा महल राजपूतो की शाही विरासत वास्तुकला संस्कृति के अद्भुत मिश्रण का प्रतीक है बड़ी ही खूबसूरती से बनाया गया हवा महल जयपुर के पर्यटक अकर्षणो में से एक हैहवा महल में कई झरोखे और खिड़किया होने के कारण हवा महल को पैलेस ऑफ़ विंडस भी कहा जाता है भगवान श्रीकृष्ण के मुखुट जैसी इस पांच मंजिला इमारत में 953 झरोखे हैहवा महल में घूमने की जानकारी पाने के लिए क्लिक करेअल्बर्ट हॉल संग्रालय -Albart holl museumअल्बर्ट हॉल की गैलरी के संग्रह में विभिन कालो की धातुक्ला ,अस्त्र -शस्त्र ,मुर्तिया ,अंतरास्ट्रीय कलाकृतिया ,बर्तन ,लघुचित्र ,संगमरमर की कला -कृतियाँ ,हाथी -दांत की कला -कृतियाँ ,आभूषण ,संगीत उपकरण ,पुराने सिक्के ,राजा -महाराजा के कपड़ें ,मृतशिल्प कालीन आदि इस प्रकार की वस्तुएँ प्रदर्शित है।अलबर्ट हॉल संग्रालय में घूमने की जानकारी के लिए क्लिक करे।
नाहरगढ़ किला -
nahargarh fort
नाहरगढ़ किले में गुमने की जानकारी के लिए क्लिक करे। |
टिप्पणियां
टिप्पणी पोस्ट करें